Chitai Golu Devta Mandir Almora: चितई गोलू देवता मंदिर, अल्मोड़ा से लगभग 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह मंदिर न्याय के देवता गोलू देवता को समर्पित है, जहां भक्त चिट्ठियां लिखकर अपनी मन्नतें मांगते हैं और न्याय की गुहार लगाते हैं। माना जाता है कि गोलू देवता अपने भक्तों की प्रार्थनाओं को अवश्य सुनते हैं और उन्हें न्याय दिलाते हैं।
चितई गोलू देवता मंदिर (Chitai Golu Devta Mandir)
चितई मंदिर की सबसे खास बात यह है कि यहां हजारों चिट्ठियां और स्टांप पेपर मंदिर परिसर में टंगे हुए मिलते हैं। लोग अपनी परेशानियों, कानूनी मामलों, व्यवसाय, नौकरी, स्वास्थ्य, मानसिक कष्ट और भूमि विवादों को लेकर यहां अर्जियां लगाते हैं। जिनकी मन्नतें पूरी होती हैं, वे मंदिर में घंटी चढ़ाकर अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हैं। यही कारण है कि मंदिर परिसर में हजारों घंटियां टंगी हुई देखी जा सकती हैं, जो भक्तों की आस्था का प्रतीक हैं।
मंदिर का ऐतिहासिक महत्व
हालांकि, मूल मंदिर के निर्माण का कोई ठोस ऐतिहासिक प्रमाण नहीं है, लेकिन पुजारियों के अनुसार इसका निर्माण 19वीं सदी के प्रारंभिक वर्षों में हुआ था। आधुनिकता के इस दौर में भी गोलू देवता में लोगों की आस्था अटूट बनी हुई है और समाज का एक बड़ा वर्ग आज भी गोलू देवता के न्याय पर विश्वास करता है।
देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु
चितई गोलू मंदिर केवल उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि पूरे देश में प्रसिद्ध है। यहां हर साल देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं और अपनी मन्नतें मांगते हैं। विदेशी पर्यटक भी यहां आकर चमत्कारिक अनुभवों से प्रभावित होते हैं और श्रद्धा से नतमस्तक हो जाते हैं।
कैसे चितई गोलू मंदिर पहुंचे?
चितई गोलू मंदिर, अल्मोड़ा से लगभग 8 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित है।
- निकटतम रेलवे स्टेशन: काठगोदाम, जो मंदिर से लगभग 98 किलोमीटर दूर है।
- सड़क मार्ग: अल्मोड़ा से टैक्सी या बस के माध्यम से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है।
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