मौजूदा दौर की इस दौड़ती भागती जिंदगी में आखिर फिट कौन नहीं होना चाहता। लोग एक अच्छी सेहत के लिए योग व जिम द्वारा फिट बने रहने के लिए खूब पैसा और पसीना बहाते हैं और अपनी जीवन शैली में तरह-तरह के बदलाव करते हैं। मगर अब जिम केवल आदमियों के फिटनेस का जरिया नहीं रहेगा। बल्कि अब जंगलों में भटकने वाले जानवरों को भी जीम में हाथ आजमाने का मौका मिलेगा और इसकी शुरवात हो रही है कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व के कालागढ़ हाथी कैंप से। इसका मतलब है कि जानवरों में भी गजराज सबसे पहले इस सुविधा का फायदा ले सकेंगे।
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जी हाँ उत्तराखण्ड में कार्वेट टाइगर रिजर्व के कालागढ़ हाथी कैंप में जिम बनाया जा रहा है, ताकि रिजर्व में मौजूद हाथी जिम के जरिए फिट रह सकें। इससे पहले ऐसे ही जिम का निर्माण राजाजी टाइगर रिजर्व में किया गया था। हाथियों के लिए बनाए जा रहे इस जिम्नेजियम में हाथी बाल, टायर रिंग, मिट्टी के ढेर जैसी सुविधाएं होंगी। जहाँ गजराज मौज-मस्ती करते हुए नजर आयेंगे।
कालागढ़ हाथी कैंप में हाथियों के स्वास्थ्य, खाने पीने और उपचार से लेकर कई जरुरी सुविधाएं हैं। इस कैंप में वर्ष 2017 में कर्नाटक से नौ हाथियों को लाया गया था। जिनमें मौजूद कचंभा नाम की हथिनी ने 2018 को एक नर हाथी को जन्म दिया था।
हालांकि इस तरह के कैंप में हाथियों को जंगल जैसा खुला स्वतंत्र वातावरण तो नहीं होता मगर यहाँ उनको प्राकृतिक माहौल देकर उनकी देखभाल की जाती है। इन सुविधाओं को मुहैया कराने का प्रमुख उद्देश्य है कि हाथी स्वास्थ्य रहें व उनको मेंटल स्ट्रेस ना हो।
( सौजन्य से खबर अमर उजाला डेस्क )