देहरादून के पास इन खूबसरत नजरों को देख के आपका भी मन इस ओर खिंचा चला आएगा।
टाइगर फॉल चकराता से लगभग 20 किमी की दूरी पर स्थित है। जो कि घने जंगलों के बीच जगह है जहाँ पर 312 फ़ीट ऊंचाई से नीचे की ओर एक झरना बहता है। जो कि भारत का सबसे ऊंचा डायरेक्ट वॉटर फॉल है।
देववन से हिमालय की पहाड़ियों के बेहतरीन नज़ारा देखने को मिलता है। यह पूरा इलाका देवदारों के वृक्षों से बने जंगलों से घिरा हुआ है।
यह चकराता से लगभग 30 किमी दूर है। जिन्हें मिओला केव्स भी कहा जाता है। साहसिक कार्य पसन्द करने वाले लोग 150 मीटर लम्बी इस गुफ़ा में आकर, गुफ़ा में घूमने का बेहतरीन अनुभव ले सकते है।
लाखामंडल के इस क्षेत्र में लगभग सवा लाख शिवलिंगों का संग्रह है। यहां पर यमुना नदी के किनारे एक प्राचीन शिव मंदिर बना हुआ है जिसकी ऊँचाई लगभग 18 फ़ीट है।
चकराता में महाशू देवता का मंदिर सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है जो कि चकराता के हनोल में स्थित है। नागर शैली से बना यह मंदिर समुद्रतल से लगभग 1200 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है।
एशिया के सबसे बेहतरीन जंगलों में से एक बुढेर है। चकराता के पास ही लगभग 2800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। मखमली घास का मैदान बुढेर के नाम से जाना जाता है।
चकराता में चार जिलों का केन्द्र है। जो कि उत्तराखंड के देहरादून-उत्तरकाशी और हिमाचल प्रदेश के शिमला-शिरमोर ज़िले का केंद्र है।