उत्तराखंड में मौजूद ये सुन्दर झीलें मन मोह लेंगी।

उत्तराखंड में मौजूद ये सुन्दर झीलें मन मोह लेंगी।

दीपक बिष्ट

उत्तराखंड अपनी नैसर्गिक खूबसूरती के लिए जाना जाता है यहाँ मौजूद ऊँचे पर्वत , तेज प्रवाहित होती नदियाँ और बर्फ से ढकी हिमानियाँ किसी का भी दिल जीत लेती हैं। 

यही कारण है साल दर साल इन बत्तखों की तरह दिन बी दिन यहाँ पर्यटकों का आना जाना पुरे साल लगा रहता है। 

मगर घूमा कहाँ जाए ये हम आपको बताएंगे, उत्तराखंड की कुछ ऐसी खूबसूरत झीलों के बारे में जहाँ की खूबसूरत नजारे आपका भी मन मोह लेंगे। 

केदारताल उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में है। इस झील को भगवान शिव की झील कहा जाता है। 

केदार ताल

गंगोत्री से 18 किमी की ऊंचाई पर मौजूद इस झील से भागीरथी में मिलने वाली केदार गंगा निकलती है। 

इस झील के बारे में काम लोग ही जानते हैं ये झील चोपता से 60 किमी के ट्रेक पर मौजूद है। इस झील के विषय में मान्यता है की इसके पानी से चार्म रोग दूर हो जाते हैं। 

बिसुरीताल

नचिकेता ताल उत्तरकाशी में मौजूद है इस ताल की कथा नचिकेता से जुडी है कहते हैं कि इसके पास स्तिथ गुफा से मृत्यु लुक का दरवाजा खुलता है। 

यह ताल टिहरी में  स्तिथ है इस झील हिमानी प्रकार की झील है। इस ताल के पास अन्य झीलें भी मौजूद है।  जिनकी संख्या सात है।  ये झील हैं  दूधी ताल, दर्शनताल, लुम्बताल, लिंगताल, कोकालीतल, नरसिंगताल और परिताल

देवरिया ताल उत्तराखंड की सबसे ऊंचाई पर मौजूद झीलों में से  एक है। इस झील के सामने ही केदार पर्वत श्रृंखला  देखने को मिलते हैं। 

देवरिया ताल 

जब उत्तराखंड में झीलों की बात हो तो नैनीताल को भला कौन भूल सकता है। इसे झीलों की नगरी के  नाम से जान जाता है। 

नैनीताल 

यह छोटी सी झील कर्णप्रयाग से  किमी दूर है इस झील के आसपास अक्सर लोग पिकनिक मनाने आते हैं। इसके सामने ही नंदादेवी का मंदिर भी है। 

बेनीताल

भीमताल उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र की सबसे बड़ी झील है। इस झील में अक्सर आपको राजहंस देखने को मिठे हैं। 

भीमताल