22 अप्रैल 2023 से चारधाम यात्रा की शुरुआत हो जाएगी। वहीं भगवान केदारनाथ के कपाट आगामी 25 अप्रैल को शुभ लग्नानुसार 6 बजकर 20 मिनट पर आम भक्तों के दर्शनार्थ को दिए जाएंगे।
वही अन्य धामों – गंगोत्री धाम के कपाट - 22 अप्रैल 2023, यमुनोत्री धाम के कपाट - 22 अप्रैल 2023, केदारनाथ धाम के कपाट- 25 अप्रैल 2023, बदरीनाथ धाम के के कपाट 27 अप्रैल 2023 को खोले जायेंगे।
केदारनाथ धाम के लिए गौरीकुंड व सोनप्रयाग से संचालित होने वाले घोड़ा-खच्चर की दरों में दस प्रतिशत की वृद्धि की गई है।
प्रशासन इस बार घोड़ा-खच्चर की संख्या सीमित करने पर भी विचार कर रहा है। यानी इस बार पांच हजार घोड-खच्चर का ही यात्रा के लिए पंजीकरण होगा। जबकि, बीते वर्ष दस हजार से अधिक घोड़ा-खच्चर पैदल मार्ग पर संचालित हो रहे थे।
इस बार केदारनाथ यात्रा पर आने वाले प्रत्येक यात्री का स्वास्थ्य परीक्षण अनिवार्य किया गया है। बीते वर्ष डेढ़ लाख से अधिक तीर्थ यात्रियों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
कहां से कहां तक, नई दर, पुरानी दर – सोनप्रयाग से केदारनाथ, 3000, 2740 – गौरीकुंड से केदारनाथ, 2750, 2540 – गौरीकुंड से लिनचोली, 2000, 1840 – बेस कैंप से सोनप्रयाग, 2100, 1940 – बेस कैंप से गौरीकुंड, 1900, 1740 – भीमबली से केदारनाथ, 1550, 1440
इस वर्ष केदारनाथ हेली मार्ग को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए इस पर लगातार निगरानी की जाएगी। यह देखा जाएगा कि कहीं कोई हेली कंपनी उड़ान के मानकों का तो उल्लंघन नहीं कर रही है।
केदारनाथ धाम में बीते दो दिन से हो रही बर्फबारी के चलते तापमान शून्य से नीचे चला गया है।
धाम में विद्युत आपूर्ति के साथ दूरसंचार सेवा भी सुचारु कर दी गई है। जल्द ही पेयजल आपूर्ति भी बहाल कर दी जाएगी। धाम में पुनर्निर्माण से संबंधित सामग्री के साथ खाद्यान्न भी पहुंचाया जा रहा है।
केदारनाथ में इस साल बीते वर्ष की तुलना में अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया जा रहा है। जिसके लिए प्रशाशन ने व्यवस्थाओं को सुव्यवथित करना शुरू कर दिया गया है।
जिला प्रशाशन रुद्रप्रयाग ने इसके लिए टेंट और दुकानों के आवंटन के लिए लोटरी प्रक्रिया भी पूर्ण कर ली है।
यात्रियों को असुविधा न हो इसके लिए केदारनाथ में 200 टेंटों की व्यवस्था कर ली है।
केदारनाथ के लिए हेलीकाप्टर सेवा, बुकिंग और भाड़ा कितना रहेगा जानिये।