दीपक बिष्ट
देवभूमि उत्तराखंड के नैनीताल में स्वर्ग से भी सुंदर हिल स्टेशन मौजूद हैं जिसका नाम है ‘मुक्तेश्वर’।
सबसे ठन्डे माने जाने वाले मुक्तेश्वर का तापमान शर्दीयों में नैनीताल से भी ज्यादा गिर जाता है।
नैनीताल से 51 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मुक्तेश्वर एक ऐसी जगह है जहां का मौसम आपको सालभर सुहाना ही मिलेगा।
ठंडे तापमान के साथ यहां की खुबसूरती आपका मन मोह लेती हैं।
समुद्री सतह से 2171 की उंचाई पर स्थित मुक्तेश्वर सुंदर घाटियों घिरा हुआ है। यहां पर भगवान शिव को समर्पित प्राचीन मंदिर भी मौजूद हैं
इतना ही नहीं एडवेंचर के शौकीन यहां पर रॉक क्लाइंबिंग और रैपलिंग जैसी कई एक्टिविटीज का मजा भी ले सकते हैं। मुक्तेश्वर में आप और भी बहुत कुछ एक्सप्लोर कर सकते हैं।
इसके आलावा भी मुक्तेश्वर में बहुत सी जगह हैं जहाँ आप घूम सकते हैं। आइए बताते हैं -
मुक्तेश्वर से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ये अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए पर्यटकों में काफ़ी जाना जाता है।
रामगढ़ अपने फल खास करके सेब के लिए देश दुनिया में मशहूर है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता की वजह से देश के प्रसिद्ध कवि रवींद्रनाथ टैगोर ने यहां पर एक आश्रम की स्थापना की थी।
यह भारत की दूसरे नंबर की सबसे बड़ी है और विश्व के 23वे नंबर की सबसे बड़ी पर्वत की चौटी है। इस चौटी का अद्भुत नजारा आप मुक्तेश्वर से देख सकते हैं।
साल 1889 में पुणे में शुरू की गई इंपीरियल बैक्ट्रियोलोजी लेबोरेटरी को साल 1893 में हिमालय में स्थानांतरित करने का निर्णय किया गया। जिसके बाद 1925 में इसका नाम बदलकर इंपीरियल इन्स्टीट्यूट ऑफ वेटरनरी और निदेशक कर दिया गया।
मुक्तेश्वर में मौजूद चौथी की जाली अपनी मान्यता की वजह से काफी प्रचलित है। माना जाता है की यहां पर ‘चौली की जाली’ नामक पत्थर पर बने छिद्र को जो भी महिलाएं पार करती है उसे संतान सुख प्राप्त होता है।
तो ये थी उत्तराखंड के मुक्तेश्वर के बारे में जानकारी। उत्तराखंड के बारे में और अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट को विजिट करे।