उत्तराखंड की इन खूबसूरत वादियों में बिताओ सर्दियाँ

उत्तराखंड की इन खूबसूरत वादियों में बिताओ सर्दियाँ

दीपक बिष्ट

जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क

आप उत्तराखंड में हैं और जिम कॉर्बेट और राजाजी नेशनल पार्क नहीं गए तो आपकी यात्रा अधूरी रह जाएगी। ये दोनों नेशनल पार्क न सिर्फ आपको रोमांचित करंगे बल्कि भारत के राष्ट्रीय पशु बाघ भी देखने को मिलेंगे।

गोविन्द नेशनल पार्क

गोविन्द नेशनल पार्क

गोविन्द राष्ट्रीय उद्यान उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्तिथ है इस नेशनल पार्क की ख़ास-बात है कि यहाँ से आप प्राकृतिक नजारों के साथ विभिन्न संरक्षित जानवरों को भी देख सकते हैं। यह नेशनल पार्क उत्तराखंड का एकमात्र उद्यान है जहाँ सफेद तेंदुए को संरक्षित किया गया है।

बगजी बुग्याल

बगजी बुग्याल

बगाजी बुग्याल का नाम हो सकता है आप पहली बार सुन रहे हो मगर उत्तराखंड के चमोली में स्तिथ इस खूबसूरत स्थल से न सिर्फ आप सुन्दर नजारे देख पाएंगे बल्कि यहाँ से आपको उत्तराखंड के सबसे ऊँचे पर्वत श्रृंखलाओं के भी दर्शन होंगे।

नैनीताल

नैनीताल

उत्तराखंड में छुट्टियां बिताने के लिए नैनीताल से खूबसरत जगह कोई नहीं है यहाँ न सिर्फ आप छुट्टियों का आनंद लेंगे बल्कि बोटिंग, हाइकिंग जैसे क्रियाकलाप करके आनंदित भी महसूर करेंगे।

औली

अगर आप भी स्किंग का शौक रखते हैं तो आपको उत्तराखंड के चमोली  में स्तिथ औली से खूबसूरत जगह नहीं मिलेगी यहाँ आप न सिर्फ भारत के सबसे ऊँचे रोपवे का लुत्फ़ उठा सकते हैं बल्कि स्किंग का भी प्रशिक्षण ले सकते हैं

धनोल्टी

धनोल्टी

मसूरी के पास स्तिथ धनोल्टी बहुत खूबसूरत हिलस्टेशन है। यहाँ सर्दियों में बर्फ भी देखने को मिलती है जिससे इस स्थान की सुंदरता और भी खूबसूरत लगती है।

चकराता

चकराता

देहरादून  में स्थित चकराता की सुंदरता देखते ही बनती है। यह न सिर्फ प्राकृतिक लिहाज से बहुत खूबसूरत है बल्कि यहाँ उत्तराखंड की प्रमुख जनजाति जौनसारी का भी निवास स्थान है। प्रकृति प्रेमी यहाँ दूर दूर से आते हैं वहीँ इस क्षेत्र में पैराग्लाइडिंग भी होती है।

चोपता

चोपता

चोपता अपने आप में बहुत ही  खूबसूरत जगह है इस जगह दुनिया का सबसे ऊँचे शिव मंदिर भी स्थित है। वहीं यहाँ के बुग्याल के नजारे देखते ही बनते हैं।

पिथौरागढ़

पिथौरागढ़

पिथौरागढ़ को छोटा कश्मीर के नाम से जाना जाता है। यहाँ से भगवान शिव के निवास स्थान आदिकैलाश का रास्ता गुजरता है। हल ही में  भारत के प्रधानमंत्री पिथौरागढ़ के इसी स्थान पर आये थे