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Wed. Oct 23rd, 2024

फाणू | Phaanu : उत्तराखंड का पारंपरिक व्यंजन और इसका महत्व

फाणू | Phaanu : उत्तराखंड का पारंपरिक व्यंजन और इसका महत्व

फाणू | Phaanu : उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर में पारंपरिक व्यंजनों

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का विशेष स्थान है। यहां के स्थानीय व्यंजन न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी माने जाते हैं। इन्हीं में से एक प्रसिद्ध व्यंजन है फाणू। फाणू मुख्यतः गहत (Macrotyloma uniflorum) से बनाया जाता है, जिसे कुमाऊं और गढ़वाल के लोग सदियों से अपने भोजन में शामिल करते आ रहे हैं। यह व्यंजन न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि इसे पेट की समस्याओं के इलाज के लिए भी लाभकारी माना जाता है।

फाणू  | Phaanu

फाणू उत्तराखंड के कुमाऊं और गढ़वाल क्षेत्र का एक पारंपरिक व्यंजन है, जिसे गहत (हॉर्स ग्राम) से तैयार किया जाता है। गहत एक प्रकार की दाल है, जो उच्च पोषक तत्वों से भरपूर होती है और इसे विशेष रूप से पेट की समस्याओं, पथरी और गैस्ट्रिक समस्याओं के इलाज में उपयोगी माना जाता है।

फाणू बनाने की विधि

फाणू बनाने के लिए सामग्री | Ingredient to Make Phaanu/Fanu

  •  गहत (हॉर्स ग्राम) – 1 कप
  • लहसुन की कलियाँ – 4-5
  • अदरक – 1 इंच का टुकड़ा
  •  प्याज – 1 मध्यम आकार का (बारीक कटा हुआ)
  • हल्दी पाउडर – 1/2 चम्मच
  • लाल मिर्च पाउडर – 1/2 चम्मच
  • धनिया पाउडर – 1 चम्मच
  • हींग – एक चुटकी
  •  जीरा – 1/2 चम्मच
  • नमक – स्वादानुसार
  • पानी – आवश्यकतानुसार
  • सरसों का तेल – 2 चम्मच
  • हरा धनिया – सजावट के लिए

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फाणू बनाने की विधि:

दोस्तों नीचे फाणू बनाने की विधि दी गयी है ऊपर दी गयी सामग्री के अनुसार आप इस विधि द्वारा लजीज उत्तराखंडी व्यंजन फाणू तैयार कर सकते हैं।

1. गहत भिगोना:
सबसे पहले आप गहत को रात भर पानी में भिगो दें। इससे गहत नरम हो जाता है और पकाने में आसानी होती है।

2. पेस्ट बनाना:
उसके बाद भीगे हुए गहत को सुबह पीसकर इसका पेस्ट तैयार करें। इस पेस्ट में ज्यादा पानी न डालें, इसे गाढ़ा रखें।

3. तड़का लगाना:
अब एक कड़ाही लें और कड़ाही में सरसों का तेल गरम करें। जब तेल गरम हो जाए, तो उसमें जीरा और हींग डालें। जीरा चटकने लगे, तब उसमें बारीक कटा हुआ प्याज डालें और सुनहरा होने तक भूनें।

4. मसाले डालें:
कड़ाही में प्याज भुनने के बाद इसमें अदरक-लहसुन का पेस्ट डालें और कुछ देर भूनें। फिर हल्दी, लाल मिर्च पाउडर, और धनिया पाउडर डालें और मसालों को भूनें।

5. गहत का पेस्ट डालें:
अब इसमें गहत का पेस्ट डालें और उसे अच्छी तरह से मिलाएं। इसे धीमी आँच पर कुछ मिनट तक पकने दें ताकि गहत के पेस्ट में मसालों का स्वाद अच्छे से मिल जाए।

6. पानी और नमक डालें:
अब इस मिश्रण में आवश्यकतानुसार पानी डालें और इसे एक गाढ़ी ग्रेवी की तरह पकने दें। साथ ही स्वादानुसार नमक डालें और 10-15 मिनट तक धीमी आँच पर पकने दें।

7. सजावट:
पकने के बाद फाणू को  हरे धनिये से सजाएं और चावल के साथ गरमागरम परोसें।

[इसे भी पढ़ें – उत्तराखंड के पारम्परिक व्यंजन ]




फाणू के स्वास्थ्य लाभ:

दोस्तों आपको जानकर हैरानी होगी मगर साधारण से दिखने वाले इस उत्तराखंडी पहाड़ी व्यंजन में बहुत से स्वास्थ्य गुण भी हैं। आओ बताता हूँ –

  1. पेट की समस्याओं का इलाज: गहत को पारंपरिक रूप से पेट की समस्याओं जैसे कि गैस, पाचन संबंधी विकारों, और कब्ज़ के इलाज में उपयोगी माना जाता है।
  2. पथरी निकालने में मदद: गहत को किडनी में पथरी की समस्या के इलाज के लिए बहुत ही प्रभावी माना गया है। यह किडनी से पथरी को निकालने में मदद करता है
  3. पोषक तत्वों से भरपूर: गहत में प्रोटीन, फाइबर, और मिनरल्स की उच्च मात्रा होती है, जो शरीर के लिए अत्यधिक लाभकारी होते हैं।

तो दोस्तों फाणू  (Phaanu) एक स्वादिष्ट और सेहतमंद व्यंजन है, जिसे आप घर पर आसानी से बना सकते हैं। इसका विशेष महत्व उत्तराखंड की संस्कृति और पारंपरिक खानपान में है। अगर आप पेट की समस्याओं या पथरी जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो फाणू का सेवन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है।

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By Deepak Bisht

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