उत्तराखंड में देवी-देवताओं के कई मंदिर हैं जिनका सम्बन्ध भारत की सदियों पुरानी संस्कृति से मिलता है। उत्तराखंड के स्वर्णिम इतिहास में इस क्षेत्र में बहुत से राजाओं ने राज किया जिसका प्रमाण उत्तराखंड के मंदिर स्थापत्य कला शैली में भी साफ-साफ़ देखने को मिलता है। अगर उत्तराखंड के मंदिरों पर नजर डाले तो यहां मौजूद अधिकतर मंदिरों की स्थापत्य कला शैली पर कत्यूरी शासकों का प्रभाव देखने को मिलता है। वहीं उत्तराखंड में ही जन्मी उत्तराखंड स्थापत्य कला शैली और नागर शैली से भी यहां के मंदिरों के निर्माण किया गया है।
इन शैलियों के अलावा उत्तराखंड में कुछ ऐसे मंदिर हैं जिनकी स्थापत्य कला शैली अन्य प्रचलित मंदिर वास्तु कला से भिन्न है। जिसमें सम्मिलित है उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्तिथ कुष्मांडा मंदिर और शाणेश्वर मंदिर। इन दोनों मंदिरों का निर्माण शिखर शैली में किया गया है। वहीं रुद्रप्रयाग जिले में ही राकेश्वरी देवी के मंदिर का निर्माण छत्ररेखा प्रसाद शैली में किया गया है।
उत्तराखंड में बहुत से मंदिर हैं जिनकी स्थापत्य कला शैली भिन्न- भिन्न प्रकार की देखने को मिलती है। नीचे उत्तराखंड के मंदिरों की स्थापत्य कला शैली के बारे में बताया गया है। इन्हें ध्यान से पढ़ें। ये ukpcs और group c के आगामी परीक्षाओं के लिहाज से भी महत्वपूर्ण हैं। इसे भी पढ़ें – उत्तराखंड में हुए प्रमुख जन आंदोलन
उत्तराखंड के मंदिरों की स्थापत्य कला शैली
उत्तराखंड में मौजूद मंदिरों की स्थापत्य कला शैली
मंदिर स्थान शैली
केदारनाथ मंदिर रुद्रप्रयाग कत्यूरी/पांडव शैली
बद्रीनाथ चमोली मुगल शैली
यमुनोत्री उत्तरकाशी कत्यूरी शैली
गंगोत्री उत्तरकाशी कत्यूरी शैली
तुंगनाथ रुद्रप्रयाग कत्यूरी शैली
अनुसूया देवी चमोली कत्यूरी शैली
लाखामंडल (शिव मंदिर) देहरादून उत्तराखंड शैली
कटारमल सूर्य मंदिर अल्मोड़ा उत्तराखंड शैली
केशवराय मठ श्रीनगर (पौड़ी) उत्तराखंड शैली
बैजनाथ बागेश्वर नागर शैली
बागनाथ बागेश्वर नागर शैली
गोपीनाथ गोपेश्वर नागर / हिमाद्री शैली
रेणुका उत्तरकाशी नागर शैली
हनोल (महासू मंदिर) चकराता (देहरादून) ह्यूण शैली
रघुनाथ मंदिर देवप्रयाग (टिहरी) द्रविण शैली
मकरवाहिनी गंगा मंदिर हरिद्वार द्रविण शैली
जागेश्वर मंदिर समूह अल्मोड़ा केदारनाथ शैली
पलेठी का सूर्य मंदिर हिंडोलाखाल (टिहरी) फांसणा शैली
शिव मंदिर पैठाणी (पौड़ी) फांसणा शैली
मदमहेश्वर मंदिर रुद्रप्रयाग पंडित शैली
चंडिका गंगोलीहाट (पिथौरागढ़) बलभी नागर शैली
गूजर देव द्वाराहाट (अल्मोड़ा) पंचायण शैली
बालेश्वर चंपावत खुजराव/शिखर शैली
रुद्रमहल गोपेश्वर (चमोली) मध्य हिमाद्री शैली
नरसिंह जोशीमठ हिमाद्री शैली
नंदा देवी अल्मोड़ा कुमाऊंनी/ शिल्प विद्या शैली
पुनाड़ शिव मंदिर टिहरी नागर शैली
हटकुड़ी सिद्धपीठ टिहरी मध्य हिमाद्री शैली
कोटली विष्णु मंदिर पिथौरागढ दक्षिण भारतीय शैली
समेश्वर उत्तरकाशी यामुक शैली
कमलेश्वर उत्तरकाशी यामुक शैली
जयपुर मंदिर / एकादस रुद्र मंदिर उत्तरकाशी राजस्थानी शैली
कुष्मांडा मंदिर और शाणेश्वर मंदिर रुद्रप्रयाग शिखर शैली
राकेश्वरी देवी मंदिर रुद्रप्रयाग छत्ररेखा प्रसाद शैली
चैती मंदिर /बाला सुंदरी मंदिर काशीपुर (उधमसिंहनगर) मुगल शैली
महारुद्रेश्वर मंदिर समूह अल्मोड़ा फांसणा शैली
मनियान मंदिर समूह अल्मोड़ा नागर शैली
नैनीताल राजमहल नैनीताल यूरोपीय शैली/बर्मिघम शैली
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Esme bhut sari mistake v h unka sudhar kiziye