Trending
Thu. Oct 24th, 2024
उत्तराखंड के मंदिरों की स्थापत्य कला शैली

उत्तराखंड में देवी-देवताओं के कई मंदिर हैं जिनका सम्बन्ध भारत की सदियों पुरानी संस्कृति से मिलता है। उत्तराखंड के स्वर्णिम इतिहास में इस क्षेत्र में बहुत से राजाओं ने राज किया जिसका प्रमाण उत्तराखंड के मंदिर स्थापत्य कला शैली में भी साफ-साफ़ देखने को मिलता है। अगर उत्तराखंड के मंदिरों पर नजर डाले तो यहां मौजूद अधिकतर मंदिरों की स्थापत्य कला शैली  पर कत्यूरी शासकों

का प्रभाव देखने को मिलता है। वहीं उत्तराखंड में ही जन्मी उत्तराखंड स्थापत्य कला शैली और नागर शैली से भी यहां के मंदिरों के निर्माण किया गया है।

इन शैलियों के अलावा उत्तराखंड में कुछ ऐसे मंदिर हैं जिनकी स्थापत्य कला शैली अन्य प्रचलित मंदिर वास्तु कला से भिन्न है। जिसमें सम्मिलित है उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्तिथ कुष्मांडा मंदिर और शाणेश्वर मंदिर। इन दोनों मंदिरों का निर्माण शिखर शैली में किया गया है। वहीं रुद्रप्रयाग जिले में ही राकेश्वरी देवी के मंदिर का निर्माण छत्ररेखा प्रसाद शैली में किया गया है।

EARN AND WIN BIG

उत्तराखंड में बहुत से मंदिर हैं जिनकी स्थापत्य कला शैली भिन्न- भिन्न प्रकार की देखने को मिलती है। नीचे उत्तराखंड के मंदिरों की स्थापत्य कला शैली के बारे में बताया गया है। इन्हें ध्यान से पढ़ें। ये ukpcs और group c के आगामी परीक्षाओं के लिहाज से भी महत्वपूर्ण हैं। इसे भी पढ़ें – उत्तराखंड में हुए प्रमुख जन आंदोलन 


उत्तराखंड के मंदिरों की स्थापत्य कला शैली




उत्तराखंड में मौजूद मंदिरों की स्थापत्य कला शैली

मंदिरस्थानशैली
केदारनाथ मंदिररुद्रप्रयाग कत्यूरी/पांडव शैली
बद्रीनाथचमोलीमुगल शैली
यमुनोत्री उत्तरकाशी कत्यूरी शैली
गंगोत्री उत्तरकाशी कत्यूरी शैली
तुंगनाथ रुद्रप्रयाग कत्यूरी शैली
अनुसूया देवी चमोलीकत्यूरी शैली
लाखामंडल (शिव मंदिर)देहरादून उत्तराखंड शैली
कटारमल सूर्य मंदिरअल्मोड़ा उत्तराखंड शैली
केशवराय मठश्रीनगर (पौड़ी)उत्तराखंड शैली
बैजनाथ बागेश्वर नागर शैली
बागनाथबागेश्वर नागर शैली
गोपीनाथ गोपेश्वर नागर / हिमाद्री शैली
रेणुकाउत्तरकाशी नागर शैली
हनोल (महासू मंदिर)चकराता (देहरादून)ह्यूण शैली
रघुनाथ मंदिरदेवप्रयाग (टिहरी)द्रविण शैली
मकरवाहिनी गंगा मंदिरहरिद्वार द्रविण शैली
जागेश्वर मंदिर समूहअल्मोड़ाकेदारनाथ शैली
पलेठी का सूर्य मंदिरहिंडोलाखाल (टिहरी)फांसणा शैली
शिव मंदिरपैठाणी (पौड़ी)फांसणा शैली
मदमहेश्वर मंदिररुद्रप्रयाग पंडित शैली
चंडिकागंगोलीहाट (पिथौरागढ़)बलभी नागर शैली
गूजर देव द्वाराहाट (अल्मोड़ा)पंचायण शैली
बालेश्वरचंपावत खुजराव/शिखर शैली
रुद्रमहलगोपेश्वर (चमोली)मध्य हिमाद्री शैली
नरसिंहजोशीमठहिमाद्री शैली
नंदा देवीअल्मोड़ा कुमाऊंनी/ शिल्प विद्या शैली
पुनाड़ शिव मंदिर टिहरीनागर शैली
हटकुड़ी सिद्धपीठटिहरीमध्य हिमाद्री शैली
कोटली विष्णु मंदिरपिथौरागढ दक्षिण भारतीय शैली
समेश्वरउत्तरकाशी यामुक शैली
कमलेश्वर उत्तरकाशी यामुक शैली
जयपुर मंदिर / एकादस रुद्र मंदिरउत्तरकाशी राजस्थानी शैली
कुष्मांडा मंदिर और शाणेश्वर मंदिररुद्रप्रयाग शिखर शैली
राकेश्वरी देवी मंदिर रुद्रप्रयाग छत्ररेखा प्रसाद शैली
चैती मंदिर /बाला सुंदरी मंदिरकाशीपुर (उधमसिंहनगर)मुगल शैली
महारुद्रेश्वर मंदिर समूहअल्मोड़ा फांसणा शैली
मनियान मंदिर समूहअल्मोड़ा नागर शैली
नैनीताल राजमहलनैनीतालयूरोपीय शैली/बर्मिघम शैली

इसे भी पढ़ें – उत्तराखण्ड में मौजूद प्रमुख दर्रे 





उत्तराखंड के मंदिरों की स्थापत्य कला शैली के बारे में ,यह पोस्ट अगर आप को अच्छी लगी हो तो इसे शेयर करें साथ ही हमारे इंस्टाग्रामफेसबुक पेज व  यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें।

By Deepak Bisht

नमस्कार दोस्तों | मेरा नाम दीपक बिष्ट है। मैं इस वेबसाइट का owner एवं founder हूँ। मेरी बड़ी और छोटी कहानियाँ Amozone पर उपलब्ध है। आप उन्हें पढ़ सकते हैं। WeGarhwali के इस वेबसाइट के माध्यम से हमारी कोशिश है कि हम आपको उत्तराखंड से जुडी हर छोटी बड़ी जानकारी से रूबरू कराएं। हमारी इस कोशिश में आप भी भागीदार बनिए और हमारी पोस्टों को अधिक से अधिक लोगों के साथ शेयर कीजिये। इसके अलावा यदि आप भी उत्तराखंड से जुडी कोई जानकारी युक्त लेख लिखकर हमारे माध्यम से साझा करना चाहते हैं तो आप हमारी ईमेल आईडी wegarhwal@gmail.com पर भेज सकते हैं। हमें बेहद खुशी होगी। जय भारत, जय उत्तराखंड।

Related Post

2 thoughts on “उत्तराखंड के मंदिरों की स्थापत्य कला शैली | Architectural style of temples in Uttarakhand”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page