Viral News Uttarakhand

रुद्रप्रयाग में चल रहा सुरंग मरम्मत कार्य, 45 दिन संगम मार्ग से आवाजाही बंद

संगम सुरंग

रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय स्थित केदारनाथ हाईवे पर संगम सुरंग मरम्मत का कार्य आज से चल रहा है। सुरंग मरम्मत के चलते प्रशासन द्धारा 45 दिनों तक सुरंग से आवाजाही को बंद कर दिया गया है। अब यात्रियों को बाईपास द्धारा ही मुख्य बाजार की ओर आवजाही करनी होगी। सुरंग मरम्मत के दौरान संभावित खतरे को देखते हुए सुंरग के दोनों तरफ बैरीकेडिंग की गयी है। हालांकि मुख्य बाजार के लिए पैदल आवाजाही संगम स्थित रुद्रनाथ मंदिर से किया जा सकता है । मगर गौरीकुंड जाने वाले वाहनों को बाईपास द्धारा ही आवाजाही करनी होगी।  वीडियो देखें।  इसे भी पढ़ें – UKSSSC ने जारी किये सख्त नियम। परीक्षा में पेन ले जाना भी वर्जित..जानिए ये नियम।




यह कार्य एनएच द्धारा टीएचडीसी विशेषज्ञों की निगरानी में किया जा रहा है। इसके लिए 30 लाख रुपये की धनराशि भी स्वीकृत कर दी गई है। एनएच लोनिवी के ईई जेपी त्रिपाठी ने मीडिया को बताया कि करीब 15 दिनों तक क्षतिग्रस्त और जर्जर हिस्से को गिराने का कार्य किया जाएगा। इसके बाद ही मरम्मत और निर्माण कार्य का काम शुरु होगा। इसे भी पढ़ें – महत्वपूर्ण : सूर्य धार झील बनकर हुई तैयार, CM करेंगे उद्घाटन।

बता दें कि 68 मीटर इस लंबी सुरंग का निर्माण साठ के दशक में केदारघाटी और केदारनाथ धाम को जोड़ने के लिए बनाया गया था। 1960 में बनी इस सुरंग ने सालों से केदारधाम की यात्रा को सुगम बनाया है। मगर देख-रेख के अभाव में अब इसकी हालात जर्जर हो गयी है। आए दिन सुरंग के भीतर लगे पत्थर और ईंट गिरते रहते हैं। जिससे हादसे का खतरा बना रहता है। इसके अलावा सुरंग के भीतर स्थित सड़क का डामर भी उखड़ चुका है। वीडियो देखें।




ऐसा नहीं है कि सुरंग के मरम्मत का कार्य बस इस बार हो रहा है। इसके अलावा भी कई बार सुरंग का मरम्मत का कर्य हो चुका है पर इसकी सूरत अभी भी नहीं बदली। मगर अब होने वाले निर्माण के जरिए ये कयास लगाए जा रहे हैं कि शायद बरसों पुराने इस सुरंग का सूरत-ए-हाल बदले।

इसे भी पढ़ें -: शीतकाल के दौरान ये साधु बदरीनाथ धाम में रहेंगे। बर्फबारी के बीच करेंगे साधना 


अगर आपके पोस्ट अच्छा लगा हो तो इसे शेयर करें साथ ही हमारे इंस्टाग्रामफेसबुक पेज व  यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें।

About the author

Deepak Bisht

नमस्कार दोस्तों | मेरा नाम दीपक बिष्ट है। मैं पेशे से एक journalist, script writer, published author और इस वेबसाइट का owner एवं founder हूँ। मेरी किताब "Kedar " amazon पर उपलब्ध है। आप उसे पढ़ सकते हैं। WeGarhwali के इस वेबसाइट के माध्यम से हमारी कोशिश है कि हम आपको उत्तराखंड से जुडी हर छोटी बड़ी जानकारी से रूबरू कराएं। हमारी इस कोशिश में आप भी भागीदार बनिए और हमारी पोस्टों को अधिक से अधिक लोगों के साथ शेयर कीजिये। इसके अलावा यदि आप भी उत्तराखंड से जुडी कोई जानकारी युक्त लेख लिखकर हमारे माध्यम से साझा करना चाहते हैं तो आप हमारी ईमेल आईडी wegarhwal@gmail.com पर भेज सकते हैं। हमें बेहद खुशी होगी। मेरे बारे में ज्यादा जानने के लिए आप मेरे सोशल मीडिया अकाउंट से जुड़ सकते हैं। :) बोली से गढ़वाली मगर दिल से पहाड़ी। जय भारत, जय उत्तराखंड।

You cannot copy content of this page